देश के सबसे लंबे किसान आंदोलन को नियंत्रित करने के लिए गाजीपुर बाॅर्डर व टिकरी बाॅर्डर पर कीलें बिछायी जा रही हैं और दीवारों का निर्माण करवाया जा रहा है। पहले गाजीपुर बाॅर्डर पर दिल्ली पुलिस ने कीलें और सरिया लगवाया और उसके बाद टिकरी बाॅर्डर पर ऐसा कार्य कराया गया। दिल्ली पुलिस ने इसको लेकर आम लोगों की नाराजगी को दूर करने के लिए बैठक भी की है और इसकी वजहें भी बतायी हैं।
पुलिस की ओर से सात लेयर की लोहे की बैरिकेडिंग की गयी है और इस वजह से गाजीपुर बाॅर्डर एक किले में तब्दील हो गया है। पुलिस ने वहां सुरक्षा पहले से और कड़ी कर दी है। प्रदर्शन स्थल के आसपास भारी बैरिकेडिंग की गयी है। सरकार व पुलिस की ओर से उठाये गए इस कदम पर सवाल उठाये जा रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने ट्विटर पर सवाल पूछा है कि क्या गाजीपुर भारत का हिस्सा नहीं है? उन्होंने लिखा है कि किससे लड़ने की तैयारी है, अन्नदाता से? चलो आजाद होकर कम से कम इतना तो समझे हम, कोई सरकार आती है, कोई सरकार जाती है।
क्या ग़ाज़ीपुर भारत का हिस्सा नही?
किससे लड़ने की तैयारी है अन्नदाता से ?चलो आज़ाद होकर कम से कम, इतना तो समझे हम।
कोई सरकार आती है, कोई सरकार जाती है। pic.twitter.com/O39K3CCfop— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) February 1, 2021
वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर तसवीरें शेयर कर लिखा है भारत सरकार पुल बनवाओ, दीवार नहीं। गाजीपुर व टिकरी बाॅर्डर पर कराए गए निर्माण कार्य की तसवीरें सोशल मीडिया पर साझा की जा रही हैं और इस पर सवाल उठाया जा रहा है।
GOI,
Build bridges, not walls! pic.twitter.com/C7gXKsUJAi
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 2, 2021
दिल्ली से लगे गाजीपुर, टिकरी व सिंघु बाॅर्डर पर पिछले ढाई महीने से किसान तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं और उसे निरस्त करने की मांग कर रहे हैं।
उधर, किसान संगठनों ने छह फरवरी को देशभर में चक्का जाम का आह्वान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि राजमार्गाें को इस दिन जाम किया जाएगा।