नई दिल्ली। चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party) के खिलाफ आवाज उठाना मतलब आफत को न्योता देना। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जो भी शख्स चीन की सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है वो गायब हो जाता है। पिछले दो महीने से एक दौर में एशिया के सबसे अमीर शख्स रहे जैक मा (Alibaba Group Founder Jack Ma) गायब है। उनकी किसी को कोई को खबर नहीं है। जैम पिछले कुछ समय से लगातार चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। ऐसे में लोगों का मानना है कि उन्हें उनके गायब होने के पीछे चीनी सरकार का हाथ है। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टी नहीं हुई है।
साल 2013 में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सत्ता संभालने के बाद वहां के कानून में उन्होंने अपने हिसाब से बदलाव किया था। इसमें एक नया कानून भी था, जिसमें मनमाने और गुप्त प्रतिबंधों को कानूनी घोषित कर दिया था। इसके दम पर ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ के नाम पर कैदियों के अधिकारों के हनन किया जाता है। इस कानून बनने के बाद सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले कई शख्स लापता हो चुके हैं। कुछ दिनों पहले फिल्म कलाकार फैन बिंगबिंग और जीन-एडिटिंग वैज्ञानिक हे जियानकुई भी ऐसे ही गायब हो गए थे।
चीन के रिसर्चर और द पीपल्स रिपब्लिक ऑफ द डिसेपर्ड के लेखक माइकल केस्टर बताते हैं कि इश कानून के आने के बाद सैंकड़ों लोग ऐसे ही गायब हो चुके हैं। हालांकि इसका कोई सही आंकड़ा नहीं है। केस्टर ने आगे कहा कि चीन से कुछ हाई प्रोफाइल लोगों के लापता होने के मामले हैं, जो पिछले साल गायब हो गए और अब न जानें कहां हैं? इनमें चीन की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली एक्ट्रेस फैन बिंगबिंग, चीनी वैज्ञानिक हे जियानकुई समेत कई लोगों के नाम है।
बता दें बिंगबिंग को पिछले साल जून में कथित रूप से टैक्स चोरी के चलते अधिकारियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। इसके बाद वो एक साल के आस-पास गायब रही। इसके बाद उन्होंने देश से माफी मांगी और काफी लो प्रोफाइल रहने लगीं। वहीं जियानकुई नवंबर में लापता हो गए थे और तब से गायब हैं। इनके अलावा इंटरपोल के पूर्व अध्यक्ष मेंग होंगवेई भी ऐसे ही गायब हो गए थे। होंगवेई सितंबर में अपने देश चीन लौटे थे और 29 सितंबर को लापता हो गए थे।