नई दिल्ली
देश में कोरोना के मामलों में एक बार फिर से बढ़ोतरी होने लगी है। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 14264 नए मामले सामने आए है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के आंकड़ों के अनुसार देश में नए मामलों के बीच 90 लोगों की मौत भी हुई है। इस बीच भारत में कोरोना के नए स्ट्रेन ने चिंता बढ़ा दी है। एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने नए स्ट्रेन को लेकर चेतावनी दी। डॉ. रणदीप गुलेरिया का आशंका जताई है कि कि भारत में कोरोना का नया स्ट्रेन पहले से ज्यादा संक्रामक हो सकता है। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस के प्रति हर्ड इम्युनिटी बनने की बात एक मिथक सी लगती है। इसके पीछे वजह है कि इसके लिए देश की 80 फीसदी आबादी में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडी डेवलेप होनी चाहिए।
India reports 14,264 new #COVID19 cases, 11,667 discharges, and 90 deaths in the last 24 hours, as per Union Health Ministry
Total cases: 1,09,91,651
Total discharges: 1,06,89,715
Death toll: 1,56,302
Active cases: 1,45,634Total Vaccination: 1,10,85,173 pic.twitter.com/T805gzUDZz
— ANI (@ANI) February 21, 2021
संक्रमण से उबर चुके मरीजों पर कर सकता है हमला
डॉ. गुलेरिया ने महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त की। एम्स डायरेक्टर ने कहा कि महाराष्ट्र में जिस तरह से कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं उसे देखने के बाद हम कह सकते हैं कि ये पहले से ज्यादा खतरनाक वायरस है। उन्होंने कहा कोरोना का नया स्ट्रेन संक्रमण से उबर चुके मरीजों पर भी दोबारा हमला कर सकता है। भले ही उनमें पहले से एंटीबॉडी क्यों न पैदा हो गई हो।
केरल, एमपी, छत्तीसगढ़ में भी बढ़ रहे मामले
महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. शशांक जोशी का कहना है कि पूरे भारत में नए स्ट्रेन के 240 नए मामले सामने हैं। महाराष्ट्र के अलावा केरल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पंजाब में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इन राज्यों में कोरोना के नए स्ट्रेन के मामले देखने को मिल रहे हैं।
नए स्ट्रेन पर प्रभावी है मौजूदा वैक्सीन?
इस बीच सवाल उठ रहे हैं भारत में कोरोना के नए स्ट्रेन के खिलाफ क्या मौजूदा कोरोना वैक्सीन प्रभावी हैं। इस सवाल के जवाब में डॉ. गुलेरिया ने कहा कि वैक्सीन प्रभावी होगी लेकिन उनका इफेक्ट्स कम हो सकता है। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि रेगुलर डेटा मॉनिटरिंग से ही पता चल पाएगा कि क्या नए स्ट्रेन से लड़ने के लिए वैक्सीन में कुछ बदलाव करने की जरूरत है या नहीं। इसके आधार पर ही आने वाले कुछ महीनों में वैक्सीन में बदलाव किए जा सकते हैं।
एक करोड़ लोगों को लग चुकी है वैक्सीन
भारत में एक करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है। देश तेजी के साथ वैक्सीनेशन टारगेट को पूरा किया जा रहा है। देश में अभी फ्रंट लाइन वॉरियर्स को वैक्सीन लगाई जा रही है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि वायरस से बचाव के लिए एक बार फिर ट्रेसिंग और टेस्टिंग की जरूरत है। वैक्सीनेशन ड्राइन के फर्स्ट फेज में, सरकार ने 3 करोड़ स्वास्थ्य कर्मचारियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाने की योजना बनाई है। इसके 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।