बहराइच। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की दुन्दुभी बज चुकी है नामांकन पत्रों की बिक्री के साथ 17,18 अप्रैल को नामांकन व 29 अप्रैल को मतदान तथा 2 मई को मतो की गणना को लेकर जिला पंचायत,क्षेत्र पंचायत व ग्राम पंचायत के तमाम सत्ता धारियों के साथ निर्दल व गैर भाजपा दल के संभावित प्रत्याशियों ने चुनावी बैतरणी पार करने के लिए वोटरों को एक बार फिर मुंगेरीलाल के सपने दिखाने शुरू कर दिए है।लेकिन चतुर मतदाता हर किसी को समर्थन देकर प्रत्याशियों को कम भ्रमित नही कर रहा है यही कारण है कि हर प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत का दावा करता नजर आ रहा है।जानकारों की माने तो होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव मे जिला पंचायत सदस्य के लिए विकास खण्ड जरवल मे वार्ड संख्या 60,61,62 व 63 आते है
जिनमे वार्ड संख्या 61सामान्य शेष तीन वार्डो को पिछड़ी बनाया गया है जिनमे वार्ड नम्बर 60 के रहने वाले दो प्रत्याशी एसे है जो वार्ड नम्बर 61 से चुनावी अखाड़े मे कूद चुके हैं दोनों का दावा है कि चुनांवी मैदान मे उनका किसी से मुकाबला ही नही काफी बढ़त बना कर जीत का सेहरा बाँधेगे जब कि उनका ये भ्रम कही भृमित न कर दे इसी तरह वार्ड नम्बर 63 के रहने वाले एक अन्य जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशी का भी दावा है वो भी वार्ड 61 से चुनावी अखाड़े मे जोर आजमाइश कर रहे हैं जीत का दावा भी उन्हे मुकम्मल तौर पर है एसे बड़बोले प्रत्याशियों का कही गुणा गणित उल्टी गिनती न गिनने लगे कुछ कहा भी नही जा सकता।
वैसे राजनैतिक गलियारे से जो चुनावी बयार बह रही है उसमें सत्ता दल भाजपा इस बार छोटे से लेकर बड़ा चुनाव अपने पाले मे करने के लिये एड़ी से चोटी तक हर संभव प्रयास तो जरूर कर रही है पर कुछ चुनिंदा नेताओ की वजह से इसका बिपरीत असर भी कम नही डाल रहा है।वही दूसरी तरफ गैर भाजपाई दल भी इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को जीतने के खातिर मुस्लिम वोटरों को रिझाने की भी कम कोशिश मे नही है भाजपा हिन्दू कार्ड के सहारे तो गैर भाजपाइयों का मुस्लिम प्रेम चुनाव को किस मोड़ पर ले जाता है फिलहाल भाविष्य के ही गर्भ मे है।जिसका फैसला दो मई को हो जावेगा।