लखनऊ. मदरसों में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए प्रदेश सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। प्रदेश सरकार के इस कदम से मदरसों में हो रहे फर्जीवाड़े को रोका जा सकता है। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रजा ने इस संबंध में जानकारी दी। उत्तर प्रदेश में 560 अनुदानित मदरसों में लगभग 9000 शिक्षक पढ़ाते हैं। अब मदरसा शिक्षकों का तबादला भी हो सकता है। ऐसे शिक्षकों पर भी लगाम लगाई जा सकेगी। जो एक से अधिक मदरसों में पढ़ाने का कार्य करते हैं।
मोहसिन रजा ने बताया
उन्होंने कहा कि अब मदरसों में फर्जीवाड़ा नहीं चल पाएगा। शिक्षकों के नाम पर सरकार मदरसा शिक्षकों की गड़बड़ियों को रोकने के लिए अहम कदम उठाने जा रही है। प्रदेश सरकार मदरसा शिक्षकों का विवरण मानव संपदा पोर्टल पर फीड करा रही है। उन्होंने कहा कि इस कदम से सभी मदरसा शिक्षकों का विवरण एक स्थान पर मिल जाएगा। सरकार मदरसा शिक्षकों के लिए तबादला नीति भी ला सकती है। इससे न सिर्फ पारदर्शिता आएगी, बल्कि मदरसा के शिक्षा स्तर में भी सुधार होगा। मोहसिन रजा के अनुसार शिक्षकों का विवरण मानव संपदा पोर्टल पर फीड होगा।
560 अनुदानित मदरसों में 9000 शिक्षक
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 560 अनुदानित मदरसे हैं। जिसमें नौ हजार शिक्षक पढ़ाते हैं। प्रदेश सरकार की तरफ से मदरसा शिक्षकों को वेतन दिया जाता है। प्रदेश सरकार की योजना के संबंध में उन्होंने बताया कि पहले चरण में अनुदानित मदरसा शिक्षकों का विवरण मानव संपदा पोर्टल पर फीड किया जाएगा। दूसरे चरण में मान्यता प्राप्त अन्य मदरसा शिक्षकों के विवरण ऑनलाइन किए जाएंगे। इससे वे मदरसा शिक्षक भी पकड़ में आ जाएंगे, जो एक साथ कई मदरसों में काम कर रहे हैं। कई बार मदरसा प्रबंधक मान्यता लेने के लिए दूसरे मदरसों के शिक्षकों को अपने यहां दिखा देते हैं। इस पर भी नई व्यवस्था में लगाम लग सकेगी