मध्य भारत के ऊपर हवाओं का संगम क्षेत्र बनने से आज गरज के साथ बारिश और ओलावृष्टि की संभावना बरकरार है। जहां बादलों के कारण तापमान में सोमवार को भी बढ़ोतरी दर्ज की गयी‚ मगर दोपहर बाद से देर रात तक चली बूंदाबांदी ने आने वाले दिनों में कड़ाके की सर्दी के संकेत दे दिये हैं। मौसम वैज्ञानिकों का भी अनुमान है कि बादलों के हटते ही हवाएं रफ्तार पकड़ेगी और शीतलहर शुरू हो जायेगी। उत्तर प्रदेश के पश्चमी क्षेत्र में बारिश होने के अनुमान हैं।
पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बारिश का अनुमान है। वहीं उत्तर भारत के विभिन्न भागों में सोमवार के बाद मंगलवार को भी पश्चिमी विक्षोभ के चलते हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हुई और तापमान समान्य से अधिक रह सकता हैं।
उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होंगी। इसमें शामली, बागपत, गाजियाबाद, मेरठ, हापुड़, नोएडा समेत अन्य जिले शामिल हैं। वहीं मौसम विभाग के अनुसार राजधानी लखनऊ में तापमान 14.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
Light to moderate rain/thundershowers and lightning are very likely to occur today during next three hours at an isolated places over Shamli, Baghpat, Ghaziabad, Meerut, Hapur Gautam Buddha Nagar districts and adjoining areas: IMD
— ANI UP (@ANINewsUP) January 5, 2021
पश्चिमी विक्षोभ की वजह से हो रही बारिश
मौसम विभाग का अनुमान है कि, आने वाले दिनों में मध्य भारत के ऊपर बना हवाओं का संगम क्षेत्र अभी प्रभावी है‚ लेकिन इसमें तेजी भी नहीं आते दिखी है। ओलावृष्टि के लिये अरब सागर से राजस्थान तक बना विपरीत हवाओं का क्षेत्र यानी टर्फ लाइन बनी हुई है‚ जिससे आर्द्रता बनी हुई है। इस स्थिति में गरज के साथ बारिश होना भी जरूरी है। इस लिहाज से ओलावृष्टि की संभावना नगण्य भी हो सकती है‚ लेकिन मंगल‚ बुध को बारिश की संभावना निश्चित बनी हुई है।
मौसम वैज्ञानिक ड़ॉक्टर एसएन पांडेय सुनील ने बताया कि टर्फ लाइन तो मध्य भारत के ऊपर बनी हुई है‚ जो कभी भी ओलावृष्टि को संभव कर सकती है। उन्होंने बताया कि पश्चिमी यूपी के जिलों में आसपास मामूली ओलावृष्टि आज हो सकती है। यही स्थिति कानपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में भी आने वाले दो एक दिनों में बन सकती है।