जोधपुर. शहरभर में चोरी की कई वारदातों को अंजाम देने वाला शातिर नकबजन अब सलाखों के पीछे है। रातानाडा पुलिस ने उसे सुभाष चौक में चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया। एसीपी दरजाराम ने बताया कि मकराना मोहल्ला पीपली गली निवासी मोहित कंसारा को जेल भिजवा दिया है।
आरोपी मोहित को रातानाडा सुभाष चौक निवासी उषा सोनी के घर से सोने-चांदी के आभूषण व बर्तन चुराने के मामले में पकड़ा। उषा सोनी के सामने वाले मकान के सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पता चला कि चोरी की वारदात से दो दिन पहले भी उसने इसी मकान की रैकी की थी। फिर उसकी पहचान कर मुखबिर तंत्र को मजबूत किया और साधा वर्दीधारी पुलिस को तैनात कर उसे पकड़ा।
रिमांड पर कबूल की मंडोर थाना इलाके में चोरी की दो वारदातें
एसीपी दरजाराम ने बताया कि मोहित को रातानाडा पुलिस ने पकड़कर रिमांड पर लिया था। उसने मंडोर थाना इलाके में चोरी की दो वारदातें कबूल की। फिलहाल मोहित जेल में है, जिसे मंडोर पुलिस जल्दी ही प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करेगी। आरोपी मोहित पर शहर के थानों में चोरी व नकबजनी के 18 मुकदमे दर्ज हैं।
हीरो बनना चाहता था, बन गया शातिर चोर
मोहित बॉलीवुड में हीरो बनने के लिए कई बार मुंबई गया था, वहां रहने भी लगा था। मुंबई के खर्च को देखते हुए उसने चोरी का रास्ता चुना। चोरी का माल बेचकर वह मुंबई में ऐश की जिंदगी जी रहा था। शहर से चोरी कर सीधा मुंबई भाग जाता था, उसका सपना हीरो बनने का था, लेकिन मायानगरी की चकाचौंध व खर्चे पूरे नहीं होने से वह जोधपुर में चोरी करने लगा।
मुंबई में पहचान छुपाने के लिए शातिर ने नाम भी बदला
मोहित ने मुंबई में रहते हुए अपना नाम तक बदल लिया था। उसने मुंबई में अपनी पहचान राज सिंघानिया के नाम से कर ली थी, ताकि कोई उसे मोहित के नाम से पहचान न पाए। रुपए खत्म होते ही वह मुंबई से जोधपुर आता और मकानों की रैकी कर चोरी की वारदात करता। चोरी किए सोने-चांदी के जेवरात किसी को कम दाम में बेच वापस मुंबई भाग जाता था।