यूपी के बुलंदशहर में तैनात महिला सब इंस्पेक्टर आरजू पंवार की आत्महत्या का मामला अब तक नहीं सुलझ पाया है। अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आई है, साथ ही सब इंस्पेक्टर के फोन का लॉक भी नहीं खोला जा सका है। आरजू ने शुक्रवार रात को अपने किराये के मकान में फांसी लगाकर जान दे दी थी। मौके से बरामद सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा था- ‘ये मेरी करनी का फल है।’ बताया जा रहा है कि घटना से पहले आरजू बेहद सामान्य मूड में थीं। वह एक महिला सिपाही के साथ कॉफी पीने गई थीं, साथ ही दोनों ने शॉपिंग भी की थी। इस दौरान सब इंस्पेक्टर ने दुकान से सिरदर्द की दवा भी ली थी।
आरजू पंवार के पिता कृष्णपाल ने बताया कि वह चार भाई-बहनों में सबसे छोटी थी। उसकी बड़ी बहन सोनिया और दो भाई सोनू और मनीष हैं। सोनू दुबई में इंजिनियर है और मनीष सेना में है। आरजू 2015 में पुलिस विभाग में भर्ती हुई थीं और वर्तमान में अनूपशहर कोतवाली में तैनात थीं। ग्रामीणों का कहना है कि साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली आरजू व्यवहार कुशल, मिलनसार और अपने काम के प्रति लगनशील थीं। वहीं, मकान मालिक विपिन शर्मा ने बताया कि आरजू पंवार से हमारे पारिवारिक रिश्ते थे। वह खाना हमारे घर पर ही खाती थीं। रक्षाबंधन पर उन्होंने राखी भी बांधी थी।
एसएसपी संतोष कुमार ने बताया कि अनूपशहर कोतवाली में तैनात महिला सब इंस्पेक्टर मामले की अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आई है। अभी उनके मोबाइल फोन का लॉक भी नहीं खुल पाया है। इसके बाद ही घटना का खुलासा हो पाएगा।
गौरतलब है कि आरजू पंवार का विवाह अप्रैल में होना था। वह एंटी रोमियो अभियान की प्रभारी भी थीं। वह अभी कुछ दिन पहले अपनी छुट्टी काट कर अनूपशहर आई थीं। उनके पिता के मुताबिक, घर में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं थी।