Panchagavya Ayurvedic Chikitsa: राष्ट्रीय कामधेनु आयोग (Rashtriya Kamdhenu Aayog) के अध्यक्ष वल्लभभाई कथीरिया (Vallabhbhai Kathiria) ने दावा किया कि देशभर के चार शहरों में किए गए क्लीनिकल ट्रायल में ‘पंचगव्य और आयुर्वेद’ (Panchagavya and ayurveda) के उपचार से कोविड-19 के 800 मरीजों (Covid-19 patient) को ठीक किया जा चुका है.
उन्होंने कहा कि पिछले साल जून और अक्टूबर के बीच राज्य सरकारों और कुछ गैर सरकारी संगठनों की साझेदारी में गुजरात के राजकोट और बड़ौदा, उत्तर प्रदेश के वाराणसी और महाराष्ट्र के कल्याण में 200-200 मरीजों पर क्लीनिकल ट्रायल किए गए थे.
राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि कामधेनु आयोग क्लीनिकल ट्रायल में भागीदार था और जल्द ही, हम आयुष मंत्रालय को इन ट्रायल का डाटा सौंपने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि उपचार की खुराक में गोमूत्र (Gomutra), गाय का गोबर, दूध, घी और दही का मिश्रण से तैयार पंचगव्य, संजीवनी बूटी और हर्बल काढ़ा शामिल हैं.
क्लीनिकल ट्रायल में पास हुआ पंचगव्य
उन्होंने कहा कि ये ट्रायल आयुष मंत्रालय के मानदंडों के अनुसार किए गए थे. कोविड-19 से संक्रमित लोग अपनी इच्छा से ट्रायल में शामिल हुए थे और इसके लिए जरूरी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए थे. उन्होंने बताया कि इन कोरोना मरीजों को मेडिकल कॉलेजों में भर्ती कराया गया और वहां ये ट्रायल किए गए.
कथीरिया ने वाराणसी में चिकित्सा विज्ञान संस्थान (IMS-BHU) और राजकोट में आयुर्वेद क्योर कोविड केंद्र में भर्ती कोविड-19 रोगियों (Covid-19 patient) पर ट्रायल किए गए. इन मरीजों को कोई एलोपैथी दवा नहीं दी गई थी.
कामधेनु गो विज्ञान प्रचार-प्रसार एग्जाम
गाय के विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए कामधेनु आयोग नेशनल लेवल पर एक ऑनलाइन एग्जाम आयोजित करने जा रहा है. आयोग के अध्यक्ष वल्लभभाई कथीरिया (Vallabhbhai Kathiria) ने बताया कि आयोग गाय की उपयोगिता के प्रचार-प्रसार पर काम कर रहा है. इस कड़ी में कामधेनु गो विज्ञान प्रचार-प्रसार एग्जामिनेशन (Kamdhenu Gau Vigyan Prachar Prasar Exam) का आयोजन किया जाएगा. यह एग्जाम 25 फरवरी, 2021 को आयोजित होगा.