कृषि बिल को लेकर किसानों के आंदोलन को 72 दिन हो गए हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर लोहे की किलों को लगाने को लेकर अब वाराणसी में भी विरोध शुरू हो गया है। शुक्रवार को मिसिर पोखरा मोहल्ले के निवासी सपा के पूर्व पार्षद रविकांत विश्वकर्मा ने घर के बाहर किसानों के समर्थन और कृषि कानूनों के विरोध में किलेबंदी कर दी। उन्होंने अपने घर के बाहर दिल्ली बॉर्डर की तरह कीलें बिछाईं और कटीले तार लगाकर पोस्टर लगाया, जिसमें NO ENTRY FOR BJP लिखा। उनके प्रदर्शन में परिवार के लोग भी शामिल हुए।
सरकार किसानों की दुश्मन है
पूर्व पार्षद रविकांत विश्वकर्मा ने बताया मध्यकाल की तरह घर के बाहर किलाबंदी कर दी है। 70 दिनों से ज्यादा हो गए हैं। ठंड में किसान आंदोलन कर रहे है। सरकार बातचीत के बजाय उनको रोकने के लिए कीलें बिछवा रही हैं। किसान देश के अन्नदाता है। उनका अपमान हम सहन नही करेंगे। इसीलिए बीजेपी नेताओं का प्रवेश ही घर मे वर्जित कर दिया है। मेरा पूरा परिवार किसानों का समर्थन करता है। किसानों की बॉर्डर पर मौतें हो रही है। जिद्द पर अड़ी मोदी सरकार झुकने के बजाय दमनकारी नीतियों को अपना रही हैं।