लखनऊ. उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दे रही है। स्कूल-कॉलेज स्तर पर ही उन्हें उनके हुनर के हिसाब से ट्रेन कर उन्हें रोजगार परक बनाने की कोशिश कर रही है। इसी पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) ने कहा कि कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों को रोजगार परक शिक्षा देने पर जोर दिया जा रहा है। साथ ही बताया कि 18 वर्ष से ऊपर के छात्रों को पढ़ाई करने के साथ-साथ लघु उद्योग में पेड इंटर्नशिप (Paid Internship) भी कराई जाएगी। इसके लिए उन्हें 7000 रुपये दिए जाएंगे, इसमें 2500 रुपये केंद्र सरकार वहन करेगी। डिप्टी सीएम ने यह भी कहा कि शिक्षकों को ट्रेनिंग देकर एक श्रेष्ठ शिक्षक बनने पर भी जोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही आंगनबाड़ी में बच्चों को अच्छे संस्कार मिल सके, इसकी भी शिक्षा दी जा रही है।
स्कूल-कॉलेजों में ‘हुनर की पाठशाला’-
स्कूल-कॉलेजों में ही युवाओं को हुनरमंद व आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्कूल-कॉलेजों में ‘हुनर की पाठशाला’ अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं। इसमें युवाओं को उनके हुनर के अनुसार प्रशिक्षित किया जाएगा, जिसके लिए बकायदा एक्सपर्ट्स की टीम नुयिक्त की जाएगी। पहले चरण में लखनऊ में ब्लॉक लेवल पर कक्षा 12वीं के छात्रा-छात्राओं को चयनित कर इसमें शामिल किया जाएगा। युवा जिस क्षेत्र में रुचि रखते होंगे, उन्हें उसी आधार पर ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्हें उन्हीं के कार्य क्षेत्र में कुशल बनाया जाएगा। एक्सपर्ट्स को बुलाकर छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित करने का काम किया जाएगा। एक्सपर्ट्स युवाओं के व्यक्तित्व का परीक्षण करेंगे। उनकी रुचि देखेंगे, उसके बाद उन्हें ट्रेन करेंगे। सिलाई, बुनाई, शिल्प कला, टेलरिंग, माटी कला, पेपर क्राफ्ट, मोबाइल रिपेयरिंग, वुडन क्राफ्ट, फूड प्रोसेसिंग समेत 12 ट्रेड को इस अभियान में शामिल किया जाएगा।