भारत में लड़ाकू राफेल विमान क्या आए कि पाकिस्तान की रातों की नींद गायब है. पूरा देश दहशत में है. उसे भारत के हमले का डर सता रहा है. इस बात को लेकर पाकिस्तान सरकार के कई मंत्री और प्रधानमंत्री इमरान खान बयान भी दे चुके हैं. इमरान खान तो दुनिया से गुहार भी लगा चुके हैं कि भारत, पाकिस्तान पर आक्रमण करे, उससे पहले दूसरे देश इस मसले पर दखल दें. दरअसल, पाकिस्तान में ये खौफ तबसे पनपा जबसे भारत में लड़ाकू विमान राफेल आए हैं.
पाकिस्तानी सरकार की परेशानी ये है कि अब भारत उनकी हर हरकत का जवाब दे रहा है. उसने पुलवामा हमला करवाया तो भारतीय सेना ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर बालाकोट में आतंकियों और उनके शिविरों को तबाह कर दिया. अब जब सीमा पर पाकिस्तानी सैनिक हिमाकत दिखाते हैं तो उन्हें मुंहतोड़ जवाब मिल रहा है. ऐसे में पाकिस्तान की हर गलती पर उसे करारा जवाब मिल रहा है.
अब सवाल ये उठता है कि पाकिस्तान जब इतना डर रहा है तो सुधर क्यों नहीं जाता. तो बता दें कि पाकिस्तान कुत्ते की दुम की तरह जो कभी भी सीधी नहीं हो सकती. अब ऐसे में वो गलती तो करेगा ही और भारत भी उसे ईंट का जवाब पत्थर से देगा. ऐसे में उसका खौफजदा होना स्वाभाविक है. अब खबर आई है कि पाकिस्तान की सीमा पर भारतीय राफेल फाइटर जेट ने मिसाइलें दागी हैं. बताया जा रहा है कि ऐसे में पाकिस्तान की पतलून गीली हो चुकी है. पाकिस्तान में इससे हड़कंप मचा हुआ है.
बता दें कि राजस्थान के जोधपुर में इस समय पांच दिवसीय भारत और फ्रांस की वायुसेना का संयुक्त युद्धाभ्यास चल रहा है. इस युद्धाभ्यास का नाम ‘एक्सरसाइज डेजर्ट नाइट 21 दिया गया है. इस युद्धाभ्यास के दौरान भारतीय और फ्रांसीसी सैनिकों का हौसला बढ़ाने के लिए जनरल बिपिन रावत भी मौजूद थे.
इस युद्धाभ्यास से सीमा पार तक हलचल है. क्योंकि भारतीय लड़ाकू विमान जब एक साथ उड़ते हैं और आसमान में अपने युद्ध कौशल का प्रदर्शन करते हैं, तब दुश्मनों के छक्के छूट जाते हैं. रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि राफेल और सुखोई-30 लड़ाकू विमान भारतीय आकाश की सुरक्षा के लिए सबसे खतरनाक फाइटर जेट्स है.
फ्रांस की तरफ से राफेल, एयरबस ए-330 मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट और ए-400एम टैक्टिकल ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट विमानों ने इस युद्धाभ्यास में भाग लिया. वहीं भारत की तरफ से राफेल, सुखोई-30 और मिराज-2000 फाइटर जेट्स ने अपना युद्ध कौशल दिखाया. यह युद्धाभ्यास ऐसे समय शुरू हुआ है, जब भारतीय वायुसेना अपने सभी बेस पर ऑपरेशनल तैयारी का प्रदर्शन कर रहा है.