भारत में ट्रैफिक नियमों का पालन करना दूर की बात है यहां कुछ लोग अपने हिसाब से खुद ट्रैफिक के नियम बनाने लग जाते हैं और सड़कों पर गाड़ियां दौड़ाने लग जाते हैं. जिसके चलते इन्हें भारी जुर्माना भरना पड़ता है. देशभर में बीते साल से नए मोटर व्हीकल एक्ट के अंतर्गत ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है. इसके बाद से भारी-भरकम चालान की खबरें आम सी लगने लगी हैं. कहीं 26 हजार का चालान कटा जाता है तो कहीं 6 लाख का. लेकिन फिर भी लोग अपनी हरकतों से बाज आने के लिए तैयार नहीं है और हर रोज ट्रैफिक नियमों का धज्जियां उड़ाते हुए और लापरवाही के चलते सड़क हादसों में अपनी जान गवांते रहते है.
इसी बीच लोगों को ट्रैफिक के नियमों के लिए जागरूक करने के लिए मध्य प्रदेश में अमृत प्रोजेक्ट के तहत नगर निगम ने काकागंज मुक्तिधाम के पास 2.75 एकड़ में 65 लाख की लागत से ट्रैफिक पार्क तैयार किया गया है. जिसका लोकार्पण आज किया गया. बता दें कि इस पार्क की थीम ट्रैफिक सेंस को बढ़ाने को लेकर रखी गई हैं. ताकि बच्चे समेत बड़े पार्क में लगे साइन बोर्ड देखकर ट्रैफिक को लेकर जागरूक हो सकें.
इस पार्क को वीरांगना झलकारी बाई का नाम दिया गया है. तो वहीं पार्क में लगे साइन बोर्ड की मदद से लोग ये सीख सकेंगे कि सड़क पर पैदल क्रासिंग के दौरान वाहन को जेब्रा लाइन के पहले रूकना चाहिए.. स्टॉप का साइन बोर्ड देखकर वाहन रोकना चाहिए.. अस्पताल, स्कूल-कॉलेज समेत नो साउंड जोन पर हार्न नहीं बजाना चाहिए.. लेफ्ट राइट टर्न दिखने पर वाहनों को कहां से टर्न करना चाहिए.इसलिए आप भी यातायात के नियमों की जानकारी रखें और लोगों को जागरूक करने का कार्य करें. क्यों कि यातायात नियमों के प्रति जागरूक रहकर और उनका पालन करके ही जिंदगी को बचाया जा सकता है.
यह सीख सकेंगे बच्चे और बड़े
जेब्रा लाइन : पैदल क्रासिंग के दौरान वाहन को जेब्रा लाइन के पहले रूकना।
स्टॉप का साइन : बोर्ड देखकर वाहन रोकना।
नो साउंड जोन : अस्पताल, स्कूल-काॅलेज समेत नो साउंड जोन पर हार्न नहीं बजाना।
लेफ्ट – राइट टर्न: वाहनों को कहां से टर्न लेना है।