भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किए गए डॉक्टर कफील खान को गुरूवार को बांद्रा कोर्ट में पेश किया गया। पेशी के दौरान खान ने दावा किया कि उन्हें फंसाया जा रहा है और आशंका जताई कि उत्तर प्रदेश पुलिस फर्जी एनकाउंट में उनकी हत्या कर सकती है। खान को दिसंबर महीने में अलीगढ मुस्लिम युनिवर्सिटी में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
पेशी के दौरान अदालत में खान ने कहा कि उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए कोई वकील नहीं दिया गया। उन्होंने कोर्ट में खड़े वकीलों से अपना पक्ष रखने के लिए कहा। उस वक्त कोई वकील तैयार नहीं हुआ लेकिन बाद में अल्का शर्मा नाम की वकील ने खान का पक्ष अदालत के सामने रखा।
खान ने कहा कि अदालत उनके भाषण का पूरा वीडियो देख सकती है। उन्होंने कोई भड़काऊ बात नहीं कही थी। उनका दावा था कि उत्तर प्रदेश सरकार उन्हें झूठे आरोपों में फंसा रही है। खान ने मांग की कि उन्हें मुंबई में ही रहने दिया जाए।
खान की वकील ने कहा कि उन पर देशद्रोह का मामला नहीं बनता क्योंकि उन्होंने सिर्फ इस बात पर अपनी राय दी थी कि सीएए का मुसलमानों पर क्या प्रभाव होगा। शर्मा ने कहा कि गोरखपुर अस्पताल में बच्चों की मौत के मामले में डॉ खान को क्लीनचिट मिल चुकी है। लेकिन वे असली आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए यूपी सरकार पर दबाव बना रहे थे इसलिए उन्हें फंसाया जा रहा है।
बता दें कि खान को बुधवार रात स्थानीय पुलिस की मदद से यूपी एसटीएफ ने मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। वे नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए मुंबई पहुंचे थे।