उत्तर प्रदेश में नागरिकता कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान वाराणसी में गिरफ्तार की गईं एकता शेखर को 14 दिन बाद जमानत मिल गई है. रिहा होते ही एकता अपनी 14 माह की बेटी से मिली. पति रवि शेखर को शाम तक जमानत मिलेगी. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पति के साथ एकता शेखर को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
एकता शेखर ने रिहाई के बाद कहा कि एक्टिविस्ट होकर जेल में रहना मेरे लिए गर्व की बात थी. हालांकि बच्ची से दूर रहना मेरे लिए बेहद मुश्किल भरा रहा. एक मां होकर एक एक-एक पल पहाड़ की तरह कट रहा था. मेरी बच्ची मेरे दूध पर निर्भर है. 14 दिन एक मां के लिए वनवास की तरह था. आज चंपक बेहद खुश है. खेल रही है. मानो सभी खुशियां मिल गईं.
एकता को कोर्ट के आदेश पर गुरुवार सुबह जिला कारागार से रिहा कर दिया गया. एकता की डेढ़ साल की दुधमुंही बच्ची चंपक की हालत बिगड़ रही थी. कोर्ट ने मर्सी के आधार पर एकता को सुबह जेल से रिहा करने का आदेश दिया था.
19 दिसंबर को बेनिया बाग में जनसभा हुई थी. जिसमे जुलूस में शामिल होकर एकता और रवि शेखर दोनों लोग भीड़ के साथ नारेबाजी करते हुए पहुंचे थे. इसी दौरान पुलिस से धक्का मुक्की उत्तेजक नारे लगाए गए.पुलिस ने 56 लोगों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था.