नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग में धरने पर बैठे लोगों के बीच मंगलवार को एक शख्स पिस्टल लेकर पहुंच गया। इसके बाद प्रदर्शन स्थल पर अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने उसे पकड़ लिया और उसकी पिस्टल छीन ली। लोगों की उससे मारपीट भी हुई है। इस पूरी घटना का वीडियो सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है। वहीं इस मामले को लेकर पुलिस ने कहा है कि इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई और न ही जिस शख्स से मारपीट हुई उसने संपर्क किया है। बताया जा रहा है कि पिस्टल लाइसेंसी हो सकती है।
समाचार एजेंसी के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने शाहीन बाग में चेकिंग के दौरान पिस्टल लेकर घुसने की कोशिश कर रहे शख्स को पकड़ा और उसे वहां से भगा दिया।
#WATCH A person who had gone to Shaheen Bagh to talk to protestors brandished a licensed pistol at the protest site, today. More details awaited. (Source – Delhi Police) pic.twitter.com/kHFbUnt8KG
— ANI (@ANI) January 28, 2020
इधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने शाहीन बाग में धरने पर बैठी महिलाओं को निशाने पर साधते हुए कहा कि जो दक्षिण पूर्व दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे हैं वे बांग्लादेशी और पाकिस्तानी हैं। सिन्हा ने कहा कि दिल्ली के शाहीन बाग में जो प्रदर्शन चल रहा है वह बांग्लादेशियों और पाकिस्तानियों द्वारा किया जा रहा है। वे भारतीय झंडे को हाथों में पकड़कर राष्ट्रवाद की आड़ में इस तथ्य को छिपा रहे हैं कि वे ही घुसपैठिए हैं। उन्होंने कहा कि कई राजनीतिक दलों ने अपने प्रतिनिधियों को शाहीन बाग भेजा है।
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में दिल्ली स्थित शाहीन बाग में 40 दिन से प्रदर्शन जारी है। इसमें बच्चे, बूढ़े और महिलाओं के अलावा विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्रों और विपक्षी पार्टियों के नेता भी शामिल हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि जब तक सीएए वापस नहीं लिया जाता तब तक प्रदर्शन खत्म नहीं होगा।