सोने की कीमत (Gold rate) में एक बार फिर गिरावट देखी जा रही है। MCX पर फरवरी डिलीवरी वाला सोना बुधवार को 165 रुपये की गिरावट के साथ खुला और फिर इससे उबर नहीं पाया। पिछले सत्र में यह 51720 रुपये के भाव पर बंद हुआ था और आज 51555 रुपये पर खुला। इस दौरान इसने 51490 रुपये का न्यूनतम और 51644 रुपये का उच्चतम स्तर छू लिया। सुबह 11 बजे यह 156 रुपये यानी 0.30 फीसदी की गिरावट के साथ 51564 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। अप्रैल डिलीवरी वाला सोना भी 101 रुपये की गिरावट के साथ 51630 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।
सर्राफा कीमतों में तेजी
इससे पहले दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने की कीमत 335 रुपये की तेजी के साथ 50,969 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र के दौरान सोने का भाव 50,634 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 382 रुपये बढ़कर 69,693 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में यह भाव 69,311 रुपये प्रति किलो था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1,942 डॉलर प्रति औंस और चांदी 27.30 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर रही।
65000 रुपये तक जा सकती है कीमत
Tradebulls Securities के सीनियर टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट भवीक पटेल ने कहा कि सोने में चार महीने तक गिरावट का दौर रहा। यह दौर अब बीत चुका है। 2021 की पहली तिमाही में सोना में तेजी आने का उम्मीद है। पटेल ने कहा कि 2021 में सोने की कीमत 2150 से 2200 डॉलर और चांदी की कीमत 35 से 40 डॉलर तक जा सकती है। MCX पर सोना 62000 से 65000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। कोविड-19 के प्रभाव से इकॉनमी को निकालने के लिए कई उपाय किए गए हैं। पिछले 4 हफ्ते में मनी सप्लाई 20 फीसदी बढ़ गया है जिससे डॉलर कमजोर पड़ रहा है और महंगाई बढ़ रही है।
किन चीजों पर निर्भर करेगी कीमत
Milkwood Kane International के फाउंडर और सीईओ निश भट्ट ने कहा कि 2021 में गोल्ड निवेशकों के फोकस पर रहेगा क्योंकि पूरी दुनिया में सेंट्रल बैंकों ने ब्याज दरों को कम रखने और लिक्विडिटी बढ़ाने का फैसला किया है। 2021 में सोने की कीमत कई कारकों पर निर्भर करेगी। इनमें वैक्सीन की कारगरता, विकासशील देशों में वैक्सीनेशन प्रोसेस का उचित क्रियान्वयन, कम ब्याज दर की व्यवस्था और लिक्विडिटी के बारे में ग्लोबल सेंट्रल बैंक का रुख शामिल है।