क्या तीसरी कक्षा का बच्चा इतना होशियार हो गया है कि स्कूल की मैडम को लव लैटर लिखने लगा. तीसरी कक्षा के बच्चे की समझदारी आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं कि इस उम्र में वो अपने स्कूल की मैडम से किस तरह से डरकर रहते हैं, तो ये बच्चा कैसे प्रिसिंपल को लव लैटर लिख सकता है. ऐसा हम नहीं बोल रहे, बल्कि प्राइमरी स्कूल में जब दो बच्चों को बेंच से रस्सी से बंधा देखा गया तो पता चला तो उन पर ये आरोप लगाए गये.
छोटे बच्चों का हैरान कर देने वाला ये मामला आंध-प्रदेश के अनंतपुर जिले के कादिरी नगर पालिका में मासानम्पेट अपर प्राइमरी स्कूल का है. जहां दो बच्चों को बेंच में रस्सी से बंधा देखा गया. एक बच्चे पर क्लास में शोर मचाने की सजा मिली जबकि दूसरे प्रिंसिपल को लव लैटर लिखा था.
स्कूल में ऐसी सजा मिलने पर जब बच्चों के माता-पिता को पता चला तो वो स्थानीए मीडिया से बात करने पहुंचे. मीडिया ने स्कूल प्रिंसिपल से बात की तो उन्होंने आरोपों को खारिज कर दिया. उल्टा प्रिंसिपल ने बच्चे के माता-पिता पर आरोप लगा दिया.
प्रिंसिपल का कहना है कि उनके माता-पिता ने अपने बच्चों को ऐसी सजा दी है. अब सवाल ये उठता है कि आखिर माता-पिता बच्चों को स्कूल में क्यों सजा देंगे. हालांकि बच्चे ने जो लव लैटर लिखा उसके बारे में पता नहीं चला है कि आखिर किस गलती पर उन्हें ऐसी सजा दी गई.