जीवनसाथी का साथ छूटने के बाद जिंदगी किस कदर तबाह हो जाती है, इसकी बानगी कानपुर के बिठूर स्थित एक गांव मे देखने को मिली. यहां पति की मौत के बाद महिला के अपने ही उसके दुश्मन बन गए. अकेला समझकर विधवा महिला से लोग छेड़छाड़ तक करने लगे. जिसका अंजाम ये हुआ कि महिला ने दो मासूम बेटियों के साथ उसी कुएं में छलांग लगा दी, जिसमें कुछ दिन पूर्व उसके पति ने कूद कर आत्महत्या की थी. देवर ने ग्रामीणों की मदद से महिला और उसकी तीन साल की बेटी को बचा लिया, लेकिन ढाई माह की दुधमुंही बच्ची की मौत हो गई.
पीड़िता के मुताबिक, बुधवार रात नौ बजे पड़ोसी युवक ने नशे की हालत में आकर दरवाजा खटखटाया. गेट खोलते ही वह छेड़छाड़ करने लगा. शोर मचाने पर पड़ोस के घर से आए ससुरालियों ने युवक को मारपीट कर भगा दिया. इसके बाद स्वजनों ने भला-बुरा कहा और ताने दिए, इससे वो रातभर सो न सकी. पति की मौत के बाद जब उसे अपनो के सहारे की जरुरत थी, तब वहीं अपने उसके दुश्मन बनने लगे, तनाव में आकर महिला ने गुरुवार को बड़ी बहन की ओर से दिए गए पांच हजार रुपये जला दिए.
फिर दोपहर एक बजे दोनों बेटियों को लेकर उसी कुएं पर पहुंची, जहां पति ने जान दी थी. महिला के देवर ने बताया कि दोपहर में वह खेत में खाद डाल रहा था. भाभी को कुएं में कूदते देखकर शोर मचाया और ग्रामीणों को बुलाकर रस्सी के सहारे कुएं में उतरा और भाभी व तीन साल की बेटी को बाहर निकाल लिया. दुधमुंही बच्ची की मौत हो गई.
बिठूर थानाध्यक्ष ने बताया कि महिला ने आर्थिक तंगी के चलते आत्मघाती कदम उठाया है. पीड़िता का आरोप है पति की मौत के बाद से ससुरालीजनों ने कोई मदद नहीं की, किसी तरह मायके वालों व रिश्तेदारों से मांगकर बेटियों का भरण-पोषण कर रही है. ससुराली पति की जमीन का हिस्सा भी नहीं दे रहे. जबकि पुलिस अधीक्षक ने महिला के कुंए में कूदने के पीछे छेड़छाड़ से परेशान होकर ऐसा किए जाने का बयान दिया.