देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के अंदर किस तरह से घमासान और कलह मची हुई है. उसके सबूत लगातार सामने आते रहते हैं. कोई पद को लेकर झगड़ता है तो कोई पार्टी के शार्ष नेतृत्व पर सवाल खड़ा करते हुए बदलाव की मांग करता है. जिसके चलते पार्टी टूटती और बिखरती हुई नज़र आ रही है. पार्टी की हालत ऐसी हो गई है कि आए दिन सोशल मीडिया पर इसका मज़ाक बनता रहता है. लेकिन फिर भी गांधी परिवार के नेताओं को कुछ भी समझ नहीं आ रहा है. और वो पार्टी में मचे घमासान को शांत करने में विफल हो रहे हैं. यहां तक कि नेताओं के बीच मतभेद की लड़ाई अब मारपीट पर भी आ चुकी है. आए दिन कोई ना कोई ऐसी खबर सामने आ ही जाती है जहां कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता आपस में झगड़ते हुए नज़र आते हैं.
इसी बीच मध्य प्रदेश कॉन्ग्रेस कार्यालय में नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच हुई मारपीट का मामला सामने आया है. मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है.
देश के सबसे पुराने राजनैतिक दल का @INCMP मुख्यालय में संस्कारी व्यवहार! pic.twitter.com/oa6FBugPGC
— BJP MadhyaPradesh (@BJP4MP) February 18, 2021
वीडियो देखकर आपको पता चल गया हो गया कि कांग्रेस के नेता कितने राजनीतिक सदाचारी है. अब ये भी जान लीजिए कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट की नौबत क्यों आई.
दरअसल कॉन्ग्रेस मुख्यालय में भोपाल बंद को लेकर बैठक बुलाई गई थी और बैठक में बंद कराए जाने को लेकर बनाई जा रही रणनीति के बीच ही ऐसी बात सामने आ गई जिसने माहौल को गरमा दिया. इसमें जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा के बेटे अनिल मिश्रा और धर्मेंद्र राय के बीच मारपीट हो गई. हंगामा इस कदर बढ़ा कि कुछ देर के लिए तो अफरा-तफरी मच गई. मारपीट के बीच मीडिया को भी इसका कवरेज करने से रोका गया. हालाँकि, तब तक शायद देर हो चुकी थी और बीजेपी, मध्य प्रदेश के हाथ ये वीडियो लग गया.
बीजेपी मध्य प्रदेश ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर ये वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो के साथ लिखा कि, “देश के सबसे पुराने राजनैतिक दल का कॉन्ग्रेस मुख्यालय में संस्कारी व्यवहार.” इस घटना के बाद जब कॉन्ग्रेसी नेता बाहर मीडिया के सामने आए तो किसी भी तरह का बयान देने से बचने की कोशिश करते देखे गए.
जानकारी के मुताबिक 20 फरवरी को बुलाए जाने बंद के लिए बैठक में कार्यकर्ताओं को अलग-अलग क्षेत्र दिए जा रहे थे. पूर्व जिला अध्यक्ष जहीर अहमद को भोपाल के पीरगेट का क्षेत्र दिया गया है. इसको लेकर सुबोध जैन ने आपत्ति उठाई. उनका कहना था कि मैं वहां का रहने वाला हूं और पार्टी का झंडा हम उठाते हैं. लिहाजा, मुझे वहां की जिम्मेदारी दी जाए.
जब इस बात पर काफी बहस होने लगी तो जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने कहा कि आप भी उसी क्षेत्र को देखोगे. इसी दौरान धर्मेंद्र राय ने अध्यक्ष को लेकर व्यक्तिगत टिप्पणी कर दी, जिससे बैठक में मौजूद मिश्रा के बेटे अनिल मिश्रा ने सुन लिया. इसके बाद तो विवाद शुरू हो गया और मारपीट होने लगी.
ये कोई पहली बार नहीं जब कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई हो. अब से एक महीने पहले भी ऐसा ही कुछ मंदसौर कांग्रेस कार्यलय में भी देखने को मिला था. यहां किसी बात को लेकर पार्टी के दो गुट आपस में भीड़ गए थे. दोनों गुटों के बीच जमकर गाली-गलौज और मारपीट हुई. इस मारपीट में बीच-बचाव करने के दौरान शहर के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष खलील शेख और कांग्रेस नेता सोमिल को काफी चोटे भी लगी थी. तो ये हाल है देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस का.