योगिनी एकादशी 2022: ज्येष्ठ मास की वाद्य त्रयोदशी को योगिनी एकादशी के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष योगिनी एकादशी 24 जून 2022 को मनाई जाएगी। कहा जाता है कि योगिनी एकादशी का व्रत करने से मनुष्य सभी प्रकार के पापों से मुक्त हो जाता है। भगवान कृष्ण ने इस व्रत का महत्व समझाया है। ऐसा माना जाता है कि यदि योगिनी एकादशी का व्रत करती हैं, तो 88,000 ब्राह्मणों को भोजन परोसने का पुण्य मिलता है।
स्वच्छता का पालन करें:
योगिनी एकादशी के व्रत में स्वच्छता के नियमों का पालन करना चाहिए। पूजा करने से पहले पूजा स्थल को अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए। इसके बाद ही यह पूजा शुरू करनी चाहिए।
झूठ मत बोलो:
एकादशी का व्रत करते समय झूठ नहीं बोलना चाहिए। इस व्रत का फल झूठ बोलने से नहीं मिलता।
बोलने में विनम्र रहें:
एकादशी व्रत के दौरान वाणी में मधुरता और नम्रता रखनी चाहिए। किसी को दुख मत दो।
दान देना:
एकादशी व्रत में सेवा भाव का विशेष महत्व है। इस व्रत में दान का महत्व भी बताया गया है. दान करें और जरूरतमंदों की मदद करें। .
गलत चीजों से रहें दूर:
एकादशी का व्रत करते समय योगिनी को कोई भी गलत कार्य नहीं करना चाहिए। इस दिन मांस, शराब आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
योगिनी एकादशी का शुभ मुहूर्त:
आषाढ़ कृष्ण एकादशी 23 जून को रात 09:41 बजे से 24 जून तक रात 11:12 बजे से शुरू हो रही है. योगिनी एकादशी व्रत के दिन साध्य योग और शुभ योग बन रहे हैं. जो लोग व्रत रखते हैं वे 25 जून शनिवार को सुबह 05:41 से 08:12 के बीच अपना उपवास तोड़ सकते हैं।